ग्वालियर। वुमैन रेसलर पर बनी फिल्म दंगल फिल्म का ऑफर छोड़ने वाली रानी अब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनेंगी। रानी ने अभी हाल ही में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंम्पियनशिप में ब्रांज मेडल जीता है। कलाजंग और पट दांव लगाने वाली रानी सेव गर्ल्स अभियान से जुड़ेगी। रानी अभी भी कुश्ती वाले कैरियर की ओर ध्यान देंगी। गर्ल्स की प्रेरणास्रोत बनी रानी... -रानी ने बताया था कि उन्हें दंगल फिल्म का
ऑफर आया था, लेकिन नेशनल चैंपियनशिप की तैयारी करनी थी, जिसके कारण उन्होंने फिल्म छोड़ दी।
-जैसे ही यह बात ग्वालियर कलेक्टर डॉ. संजय गोयल को मालूम हुई, उन्होंने तुरंत रानी राणा को बुलाया और कहा कि वे अब मप्र सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनेंगी।
-एक रूढ़िवादी परिवार में ग्वालियर के जखारा गांव में पैदा हुई रानी सब बाधाओं को दूर करके कुश्ती जैसे गेम में आई हैं। अब रानी कई लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
बेटी बचाओ अभियान की बनेंगी ब्रांड एबेंसडर
-एक साल पहले ग्वालियर ने बेटी बचाओ अभियान की शुरुआत की थी और इसमें उन लड़कियों को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है, जिन्होंने अपनी मेहनत से सफलाएं हासिल कीं। वुमैन रेसलर रानी राणा भी उनमें से एक हैं और उन्हें बेटी बचाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया जा रहा है। उनके संघर्ष से और लड़कियां प्रेरणा लेंगी।
दंगल में मिला था रानी को ऑफर
-रानी के कोच कृपाशंकर पटेल ने बताया था कि अपूर्वा वैष्णव के लिए लाली का रोल तय था, क्योंकि डायरेक्टर नीतिश तिवारी को उससे बेस्ट कोई नहीं लगा। लेकिन वह एग्जाम के कारण नहीं जा सकी।
-फिल्म में गीता जब ट्रेनिंग के लिए अकादमी में जाती हैं उस ट्रेनिंग सेशन के रोल के लिए रानी को आमंत्रित किया गया था, लेकिन उसने नेशनल चैंपियनशिप के कारण फिल्म के लिए मना कर दिया था।
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